आपकी याद सताये तो इसमें दिल का क्या कसूर, दिल से याद न जाये तो इसमें दिल का क्या कसूर, सोचा था की सपनो में मुलाकात करेंगे, पर नींद ही न आये तो इसमें हमारा क्या कसूर.
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